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फर्नीचर्स के सरफ़ेस पर प्री-फिनिश विनियर लगाना हुआ आसान, नहीं करवाने पड़ेंगे ये दो काम

FDT Bureau

 It is Easy to Apply Pre-Finish Veneer on the Surface of Furniture, Just Avoid These Two Things

फर्नीचर की बढ़ते मांग ने डेकोरेटिव वुड नेचुरल विनियर को भी बूस्टअप करने का काम किया है। खूबियों से भरे इस प्रोडक्ट के साथ एक मुश्किल ये है कि इसे वुड, प्लाईवुड और एमडीएफ के सरफ़ेस पर फिक्स करना मुश्किल काम होता है।  इसके लिए हमेशा एक कुशल कारीगर को खोजना पड़ता है। मगर, FDT आपको बताने और दिखाने जा रहा है कि एक अनस्किल्ड कारीगर के द्वारा कैसे इसे सावधानी पूर्वक सरफ़ेस पर फिक्स कर सकते है, जिससे विनियर को कोई नुकसान नहीं होगा।

इसके एक्सपर्ट मानते है कि सावधानी के साथ इसे किसी भी सरफ़ेस पर फिक्स किया जा सकता है। अब एक्सपर्ट से ही जानते है कि आखिर रॉ शेप विनियर और प्री फिनिश विनियर में क्या अंतर है, और प्री फिनिश विनियर को कैसे सावधानी पूर्वक प्लाईवुड, एमडीएफ और वुड सरफ़ेस पर फिक्स किया जाता है।

 

70 फीसदी काम कंपनी कर रही पूरा

टिम्बर से निकले विनियर को एक दूसरे के साथ जोड़कर उससे जो विनियर शीट बनता है उसे रॉ-शेप विनियर कहते है। चूँकि रॉ-शेप विनियर रेडी टू यूज़ प्रोडक्ट नहीं है, इसलिए इंस्टॉलेशन के बाद फाइनल फिनिशिंग के लिए इसमें स्टेनिंग, सीलर, सैन्डिंग और यूवी कोट पॉलिश करना पड़ता है। इसकी वजह से ना केवल इसमें समय लगता है बल्कि इसकी कॉस्ट भी बढ़ जाती है।  

मगर, प्री-फिनिश विनियर में इतने काम नहीं करने पड़ते, बल्कि जो कंपनी “प्री-फिनिश विनियर” तैयार कर रही है, वो इसमें करीब 70 फीसदी काम मैन्युफैक्चरिंग एंड में ही पूरा कर रही है। कंपनी इसमें स्टेनिंग और सीलर तक के काम खुद कर रही है। अब उसे ग्लॉसी या मैट फिनिश देना है ये काम कंज़्यूमर्स के ऊपर छोड़ रही है। प्री फिनिश विनियर में कलर और डिज़ाइन को लेकर कस्टमाइज का भी ऑप्शन भी मिल रहा है।

 

सरफ़ेस पर ऐसे लगाएं नेचुरल वुड विनियर

प्री-फिनिश विनियर को प्लाईवुड, एमडीएफ या वुड के सरफ़ेस पर उसी तरह से लगाया जाता है जैसे लैमिनेट को फिक्स किया जाता है। मगर इसे फिक्स करने में बेहद सावधानी बरतनी पड़ती है। अनस्किल्ड कारीगर से इसके टूटने, इसमें स्क्रैच आने और सरफ़ेस पर लगने के बाद बबल आने का डर बना रहता है। इसके लिए कुशल कारीगरों को ही काम दिया जाता है।

इसको लगाने के लिए पहले सरफ़ेस को अच्छे से सैन्डिंग करना पड़ता है, उसके बाद उसमें अच्छे क्वालिटी का ग्लू लगाकर विनियर को फिक्स करना पड़ता है। इसके बाद उस सरफ़ेस और विनियर को टेप की सहायता से जोड़ा जाता है और उसमे कील भी कहीं कहीं लगानी पड़ती है। उसके बाद इसमें फाइनल फिनिश की प्रक्रिया करनी पड़ती है।

 

वुड नेचुरल विनियर के प्रकार और स्पीशीज़

इंटीरियर डेकोरेटिव मटेरियल में वुड नेचुरल विनियर ने इंटीरियर और फर्नीचर में एक नए मार्केट को डेवेलप किया है।  वुड नेचुरल विनियर में वुड विनियर, बैकेड विनियर, रोटरी कट विनियर, शॉप-सावन विनियर, लैमिनेट विनियर और विनियर कोर प्लाईवुड इसके मुख्य वेराइटी हैं, जो किसी को भी अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए काफी है। चेरी, अनीग्रे, वालनट, ओकवूड, साईकामोर, मेपल, महोगनी, रोज वुड, पाइन वुड, पोपलर, ऐश, बर्च, युकलिप्टुस और टीक टिम्बर वो स्पीशीज है जिनके विनियर की मांग सबसे ज्यादा है। इसमें बढ़ते खपत को देखते हुए इसे अमेरिका, यूरोप, ब्राजील, अफ्रीका और बर्मा जैसे देशों से इंडिया में इम्पोर्ट भी किया जाता है

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